लालच पर अनमोल विचार और एक कहानी | Motivational Story Hindi|Qoutes in Hindi|
लालच पर अनमोल विचार और एक कहानी | Motivational Story Hindi|Qoutes in Hindi|
हम जानते है के लालच का फल बुरा होता है।लालच बुरा होता है बुरा होता है बुरा होता है। इस दुनिया में लालची इंसान कभी भी खुश नहीं रेहा सकता है। जिस इंसान का स्वाभाव लालची होगया हो उस इंसान को संतोष यानि के खुशियां कभी हासिल नहीं होसकती। दोस्तों हर इंसान के अंदर लालच तो रहता ही है ो लालच किसी तरह का भी हो सकता है। मिसाल के तौर पे कहा जाये तो दौलत का लालच,शोहरत का लालच,औरत का लालच , ये लालच ही तो है जो इंसान को एक दिन बर्बाद कर देता है। आज की कहानी लालच पैर आधारित है जिसे पड़ कर जरूर आपको कुछ ना कुछ सीखने को मिलेगा। ‘लालच’ इस कहानी पर मैंने एक वीडियो भी बनाया है आप हमारे चैनल Mand Moulya All IN 1 पर जाकर उसको देख सकते है और हमारे FACEBOOK PAGE पेज पर भी देख सकते हैं इंजॉय करके बोहत कुछ सिख सकते हैं। नमश्कार आदाब दोस्तों मेरा नाम है भाषा खान आप इस कहानी को पूरा जरूर पड़ें मुझे यकीं है के ये कहानी आपको जरूर पसंद आएगी।
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कहानी इस तरह है के एक छोटे से देहात में एक भिकारी था और वो माता लक्ष्मी जी का बोहत बड़ा भक्त था। वो जब भी अपने काम पैर जाता यानि भिक मांगने के लिए जाता वो माता के दर्शन जरूर करता। वो हमेशा माँ लक्समी से प्रार्थना करता के उस का आज का दिन बोहत अछि कमाई हो यानी उसे रोज़ से ज्यादा भिक मिले।जब भी उसे कोई इंसान भिक देता तो बदले में वो भिकारी जोर जोर से जयकार लगाता जय ‘ महालक्मी जय महालक्मी ‘
लेकिन उस भिकारी के अंदर बोहत सारा लालच भरा हुवा था। माँ लक्ष्मी भी उसके भक्ति से बोहत ज्यादा खुश होगयी और एक दिन जब वो सुबह सुबह मंदिर में माँ लक्ष्मी की पूजा कर रहा था तो माँ लक्षमी प्रकट हो गयी और कहा की ए मेरे भक्त मैं तेरे भक्ति से प्रसन्न हूँ बोल मई तुझे क्या वरदान दूँ। लेकिन वरदान सिर्फ एक ही मिलेगा और एक ही बार मिलेगा।
लालची भिकारी ने माँ लक्षमी से कहा की मुझे बोहत साड़ी सोने के सिक्के चाहिए। अपने भक्त की आरज़ू देख कर माँ ने कहा की तुम्हें जितने भी सोने के सिक्के चाहिए जितने भी अशर्फियाँ चाहिए वो तुम्हे मिलेंगे। लेकिन ये याद रहे की जब मैं तुम्हारी झोली में सोने के सिक्के डालते जाउंगी तब एक भी सोने सिक्का ज़मीन पैर नहीं गिरना चाहिए। अगर एक भी सिक्का ज़मीन पैर गिर गया तो सारे सोने के सिक्के मिटटी बन जाएँगी ख़ाक बन जाएँगी इस बात का तुम्हे जरूर ध्यान रखना है।
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भिकारी कहा की ठीक है माता मैं ऐसे ही करूंगा मैं एक भी सिक्का ज़मीन पैर गिरने नहीं दूंगा आप देते जाईये मैं लेता रहूंगा इतना कहकर लालची भिकारी ने अपनी झोली को फैलाया। तो लक्समी मान ने भी कुछ सोने के सिक्के उस भिकारी के झोली में डाल दी। लालच में भिकारी ने कहा की मुझे और सोने सिक्के चाहिए और अशर्फियाँ चाहिए तो माँ लक्षमी ने उसे और भी सोने के सिक्के दिए झोली भर्ती जा रही थी।
भिकारी को और लालच आगया और जोर आवाज लगा कर ऊँचे स्वर में कहा की मुझे और भी ज्यादा सोने के सिक्के दो सोने के सिक्के दो। मेरी माँ मुझे इतने कम सोने के सिक्के क्यों दे रही हैं मुझे और ज्यादा चाहिए मुझे और सोना दो मेरी झोली तो बोहत बड़ी है मेरी झोली को सोने के सिक्कों से भर दो।
अपने भक्त की बात सुन कर माँ ने भी उसे और सोने के देते गयी झोली को भरता देख भिकारी बड़ा खुश होने लगा। लेकिन भिकारी की झोली पुरानी होने के कारण कमजोर होने की वजे से झोली फट गयी और सारे सोने के सिक्के ज़मीन पर गिर गए। और देखते ही देखते सारे सोने के सिक्के ज़मीन पर गिर कर मिट्टी बन जाते हैं ख़ाक में मिल जाते हैं।
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अपने सारे सोने के सिक्के मिट्टी हो जाने पर हो हड़बड़ाता है और लक्षमी मां को इधर उधर मंदिर में धुंडने लगता है। लेकिन तब तक लक्समी माँ वहाँ से गायब होजाती हैं। तब भिकारी को अपनी लालच का एहसास होता है ,उसके पास पछतावे के अलावा कुछ भी बाकी नहीं रहता। दोस्तों ये कहानी आप को कैसी लगी हमें कमेंट कर के जरूर बताना
इस कहानी से हमें क्या सिख मिलती
1] जितना मिला जो भी मिला हमें उस में खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए।
2] अक्सर हम लालच में इतने अंधे होजाते हैं के जो भी हमें मिलता है या जो भी हमारे पास है वो भी खोदते हैं
3] जब इंसान के अंदर लालच का जन्म होता है उसके सुख संतोष को ख़तम कर देता है
4] लालच आमिर से आमिर को गरीब बना देता है इंसान धन और दौलत से ऊंचा या आमिर नहीं होता इंसान तो अपने अच्छे विचारों से आमिर होता है।अपनी आदतों से आमिर होता है अपने अच्छे कर्मों से आमिर होता है
5] आपको हमेशा लालची इंसान से दूर ही रेहाना चाहिए क्यूंकि वो हर रिश्ता अपने मतलब के लिए ही बनाता है
6] इतिहास को पलट कर देखो लालच का फल हमेशा बुरा ही होता है
7] लालच नाम का शैतान जिस इंसान के अंदर दाखिल होजाता है वो उस इंसान को पूरी तरह से निचोड़ देता है बर्बाद कर देता है। जिस इंसान को सत्य का ज्ञान होता है जो धर्म के रास्ते पर चलता है वो इंसान कभी भी लालची नहीं होता